Sat. Nov 23rd, 2024

वार्तालाप

हाओबम पवन कुमार, मणिपुर फिल्म निर्माता

मनीष जैसल असिस्टंट प्रोफेसर मंदसौर विश्वविध्यालय इम्फाल, मणिपुर के रहने वाले निर्देशक, पटकथा लेखक, प्रोड्यूसर हाओबम पावन कुमार…

बोलांगीर से चेन्नई: कोरोना के वक़्त एक प्रवासी मजदूर १००० किलोमीटर अपने घर से दूर

मधुसुदन दास -रिपोर्टर द सभा ओडिशा Q…..आप क्वारंटाइन सेंटर कब गए थे, कितने दिन रहे थे और आप…

भारतीय अर्थवय्वस्था को दुरुस्त करने के लिए पुरुलिया के सबर समुदाय से सीखना क्यूँ जरूरी है?

एक समुदाय जो एक समय पुलिस से खदेडा जाता था, जिनका गाँव वाले तक बहिष्कार करते थे, आज…

युवाओं का नाट्य समूह करेगा समाज में फैली अराजकता का पर्दा फ़ाश …

नाट्य प्रयोग : ‘WARNING’ (वॅर्निंग) नाट्य की भाषा : हिंदी विषय : भारतीय समाज मे हो रहे अन्याय…

संदूक यादें, लम्हें और आशाओं की – फ्रीडम थिएटर फिलिस्तीन !

५ जनवरी २०१६ को मुंबई विद्यापीठ द्वारा भारत फिलिस्तीन सांस्कृतिक कर्यक्रम का आयोजन किया गया.इस कार्यक्रम में जन…