कोरेगांव हिंसा के मुख्य आरोपी ‘संभाजी’ मनोहर भिडे और मिलिंद एकबोटे. फिर पुलिस किसे पकड़ रही ?
फ़रवरी प्रिंट अंक मंडल कमीशन द्वारा आरक्षण विश्वविध्यालयों में जारी करने के आज करीब १७ साल बाद वो समाज जिस पर दुसरे का लिखा हुआ इतिहास थोपा गया था, आज अपनी भाषा, लहजा में अपनी बात कह रहा है. अब लिखेंगे नहीं तो नहीं न होगा. और जब लिखेंगे और…
ओला, उबेर और मानसिकता: गूगले हो क्या !
प्रिंट अंक: पेज ३, फ़रवरी १-१५ २०१८ “काली पीली थी, है, रहेगी, बहुत आये और गए, देखते रह्ये… हमारा सबसे पुराना यूनियन है. जॉर्ज पेर्नान्देस वाला. हाँ . शरद राव था. अब उसका बेटा चलाता है. हम नहीं जानते उसका नाम. अरे जब सेंट्रो आई थी, फ़िएट के बदले, तब…
बहुत अधिक कानून, बहुत कम न्याय- प्रवीन कुमार
मैं अपने इस लेख के माध्यम से यह बताने की कोशिश करूँगा कि संविधान में परिभाषित समान न्याय और निशुल्क क़ानूनी सहायता कैसे अपने उदेश्यों को पूरा नहीं कर पा रहा है| ऐसे वो क्या तत्व हैं जो इस प्रक्रिया में बाधक साबित हो रहे हैं तथा सबके लिए न्याय…
इंद्रमल बाई की खुदखुशी – एक संस्थानिक हत्या
शहरी मजदूर संगठन, भोपाल . इन्द्रमल बाई 32वर्ष की थी. जब 20 नवम्बर 20 17 को उन्होंने भोपाल के हमीदिया में आखरी सांस ली . बैरागड़ में अपनी बसाहट से खदेड़े जाने के बाद, वो गए 10 साल से गाँधी नगर में अपने दो बच्चों के (13 वर्षीया बेटी और…
ओबीसी, आरक्षण और वर्तमान शैक्षणिक स्थिति
मनीष जैसल हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा में मीडिया / फिल्म विषय पर पी-एच.डी कर रहें हैं अपनी बात शुरू करने से पहले गोरख पांडे को उनकी इस कविता की पंक्तियों के साथ याद करना आवश्यक हो जाता है जिनमे वो कहते है कि… वो डरते है किस बात से डरते…
एक यूरोपियन महिला का भारत में सफ़र
फ्रंचेस्का बेनेल्ली, एक इटालियन पर्यटक भारत में कई अच्छे लोग हैं जिन पर भरोसा कर दोस्ती की जा सकती लेकिन जो गले पड़ने लग जाए उनसे परहेज़ करने में हे समझदारी है. मेरी अन्दर की महिला पर्यटक को इस अतुल्य देश के शोर गुल , खूबसूरती और भीने इन्सानीयत भरे…
मंडाला के हज़ारो बेघरो का आवास सत्याग्रह क्यों?
मुंबई के 75,000 ग़रीबो के घर तोड़े गए थे, 2004-05 में, वह स्थिति आज भी आँखो के सामने है | चूल्हे क्या, बच्चे भी रस्ते पर आ गए थे और, कहां बढ़े, कहां बीमार, इंसान कुत्तो जैसे गंदे नालो के किनारे लेटे मिलते थे |
पश्चिम बंगाल एवं बिहार सरकार की नीतियां
अपराजिता राय बंगाल सरकार की नीतियां एवं योजनाएं। हम पश्चिम बंगाल सरकार की नीतियों एवं उनके अधिनियम किए गए वर्ष पर एक नजर डालते है। कन्याश्री प्रकल्प – 2013 अविवाहित लड़कियों को 13 से 18 वर्ष की है और आठवीं कक्षा में पढ़ रही है, उनको वार्षिक छात्रवृति रू. 750/-…
चीन में उईघर के ख़िलाफ़ नरसंहार
चीन हाल की स्मृति में दुनिया का सबसे ख़राब प्रदर्शन कर रहा है नसलवद के रूप में, जिस्मे वो उईघर के खिलाफ नरसंहार के माध्यम से उनकी संस्कृति, भाषा, परंपराओं और जीवन के तरीक़े को मिटाने के इरादे से उन्हें इखट्टा किया जा रहा है जिनमे से लाखों लोग कॉन्सेंट्रेशन…
पंजाब और बिहार में प्रवासन की समस्या
सुप्रिया झा प्रवास एक तरह से जीने और काम करने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाने का एक तरीका है। नौकरी, आश्रय और कुछ अन्य कारणों से अपने घर से दूसरे शहर / राज्य / देश में लोगों का जाना प्रवास कहलाता है। प्रवास कोई नया शब्द…
लिंग, जुर्म और शिक्षा का सम्बंध
By Sakshi Gupta शिक्षा एक प्रगतिशील समाज का मूल है. शिक्षा एक ऐसी चीज़ है जिसके बिना इंसान एक जानवर या प्राणी ही रह जाता है। शिक्षा जिसे इंग्लिश में एजुकेशन कहते हैं, जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इसी से मानव का विकास होता है, जिससे वो अपना…
किसान हाल ही में पारित किए गए कृषि बिलों के बारे में क्यों चिंतित हैं?
भारत भर के विभिन्न राज्यों के किसानों के विरोध प्रदर्शनों के बारे में तो आपने सुना ही होगा। लेकिन किसान विरोध क्यों कर रहे हैं? वह कौन से अध्यादेश हैं जिन्होंने किसानों को इस महामारी के बीच सड़कों पर आने और विरोध करने के लिए मजबूर कर दिया है? इन्हीं…
महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ रहे अपराध !
सुप्रिया झा घरेलू हिंसा, मौखिक रूप से दुर्व्यवहार, भावनात्मक आघात और शारीरिक शोषण जैसे हालात दुनिया भर में महिलाओं के लिए कभी भी अजनबी नहीं रहें हैं। लेकिन इस बार भारत में, घरेलू हिंसा के मामलों में बढ़ौती ने 10 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। 22 जून को ‘The…
जयंती राजभर : आजमगढ़ में स्त्री मुक्ति का आन्दोलन
मेरा जन्म वेस्ट बंगाल में हुआ। पापा की सर्विस लगने के बाद हम धनबाद आ गए। पापा का जन्म आजमगढ़ में हुआ। पढ़ाई-लिखाई सब धनबाद में हुई।मेरे बड़े पापा जो कि आजमगढ़ में ही रहते थे उन्होंने इकलौता और धनी लड़का देखकर 1992 में नौवीं कक्षा में ही मेरी शादी…
कोरोना – लॉकडाउन और व्यापारी मुंबई मानखुर्द
दिलराज सूद अंग्रेजी में अनुवादित – मानवी शर्मा, मोतीलाल नेहरू कॉलेज कोरोना के शुरुआती दिनों में जब देश में जनता कर्फ्यू लगा तो लोगों ने खुद ही अपने आप को घरों में बंद कर लिया था और यह साबित किया था कि वह कोरोना से जंग के लिए पूरी शिद्दत…
फूलन देवी : पानी और कानून, शासन और जूनून – परिचय पार्ट १
“मैंने कई बार सोचा कि आत्महत्या कर लूं, पर मरती तो हजारो लड़कियां, रोज हैं. जिस रावण ने एक औरत को उठाया, उसका पुतला आज भी लोग फूकते हैं, मेरे साथ भी ऐसे कई रावणों ने अत्याचार किया, मैंने उसका जवाब दिया.”- फूलन देवी भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी…
पानी और बागी: मानखुर्द, चम्बल मोइरंग
लोकतक लारेम्बी मणिपुरी मूवी में होबोम पवन कुमार ने लोकतक झील पर जो इम्फाल के दक्षिण में मोइरंग में है, वहां के मछवारों की जिंदगी पर बनाया है. वो दिखाते हैं कि कैसे सरकार की मणिपुर लोकतक संरक्षण योजना २००६ के कारण वहां के समुदाय को नुक्सान पहुच रहा है….
हाओबम पवन कुमार, मणिपुर फिल्म निर्माता
मनीष जैसल असिस्टंट प्रोफेसर मंदसौर विश्वविध्यालय इम्फाल, मणिपुर के रहने वाले निर्देशक, पटकथा लेखक, प्रोड्यूसर हाओबम पावन कुमार भारतीय सिनेमा के इतिहास का एक ऐसा पहलू अपने साथ लिए हैं जिसे एक फिल्म दर्शक और फिल्म के अद्धेता कभी भुला नहीं पाएंगे । मणिपुरी सिनेमा के हस्ताक्षर अरीबम शर्मा के…
कफील खान: इलाहबाद हाई कोर्ट – भाषण राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है
बचपन से हम सभी को सिखाया जाता है कि हम न तो हिंदू बनेंगे और न ही मुसलमान, इंसान बनेंगे और हमारे मोटा भाई हमें सिखाते हैं कि हम हिंदू नहीं, बल्कि मुसलमान बनेंगे। क्यों क्योंकि जैसा उन्होंने कहा, एक हत्यारे को कैसे पता चलेगा, जिसके कपड़े खून में सने…
बोलांगीर से चेन्नई: कोरोना के वक़्त एक प्रवासी मजदूर १००० किलोमीटर अपने घर से दूर
मधुसुदन दास -रिपोर्टर द सभा ओडिशा Q…..आप क्वारंटाइन सेंटर कब गए थे, कितने दिन रहे थे और आप कहां से आए थे और क्वॉरेंटाइन सेंटर पर क्या-क्या सुविधाएं आपको दी जा रही थी? A…मैं जुलाई के महीने में क्वरेन्टीन सेंटर पर रहा था और मुझे उन्होंने 7 दिन रखा…
मिर्ज़ापुर: रेलवे का फटका
हरिश्चंद्र बिंद अध्यक्ष गाँव सुधारक समिति मिर्जापुर रिपोर्टर-द सभा एक रेलवे का फाटक है. कटका स्टेशन के पूर्वी ओर. यहाँ से होकर जिन्दा और मुर्दा दोनों जातें हैं. मुर्दा, दक्षिण की ओर, अर्थी पर गंगा नदी किनारे जलने और जिन्दा औरतें खटिया पर उस पार, प्रसव के लिए. जिन्दा मुर्दा…
मुंबई, मानखुर्द : प्रवासियों के बच्चों का शिक्षा का अधिकार
कोरोना के वक़्त दौड़ रहें हैं अभिभावक, नहीं मान रही प्रवासी जाति प्रमाण पत्र आपको जानकार हैरानी होगी ज्यादातर अभिभावक जिनके बच्चों को इस नियम का लाभ मिलना चाहियें, उन्हें इसकी जानकारी नहीं हैं। न ही आर.टी.ई नियम के प्रचार प्रसार पर कोई विशेष रूची दिखाई गई। यहां तक की…
भारतीय अर्थवय्वस्था को दुरुस्त करने के लिए पुरुलिया के सबर समुदाय से सीखना क्यूँ जरूरी है?
एक समुदाय जो एक समय पुलिस से खदेडा जाता था, जिनका गाँव वाले तक बहिष्कार करते थे, आज के समय में क्यूँ जिला कलेक्टर उन्हें ही फोन करके कोरोना महामारी के वक़्त, मदद पहुँचाने को कह रहे हैं? कौन है ये २० युवा, जो अपने समुदाय के बच्चे को पढ़ाते…
टांडा, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, कोरोना महामारी के वक़्त घुमंतू समुदाय को मदद पहुंचाने में संघर्ष कर रहा
वर्ष 2011 में एडवोकेसी नेटवर्किंग एंड डेवलपमेंट एक्शन (TANDA, टांडा) एक फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट (FAP) के रूप में, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (टीस ) से शुरू हुआ. यह प्रोजेक्ट, सेंटर फॉर क्रिमिनोलॉजी एंड जस्टिस, स्कूल ऑफ सोशल के माध्यम से मुंबई में पारधी समुदाय के साथ लगभग दो वर्षों के…
टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान की प्रयास प्रोजेक्ट, कोरोना कर्फ्यू के समय भी कैसे समाज के रोगों का जड़ से ईलाज कर रही है ?
प्रयास 1990 में एक फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, सेंटर फॉर क्रिमिनोलॉजी एंड जस्टिस से जुड़ा हुआ है. छात्र जो सेंटर फॉर क्रिमिनोलॉजी एंड जस्टिस से एम.ए कर रहे हैं, वो इस प्रोजेक्ट के जरिए पुलिस थानों, जेलों और अन्य हिरासत के जगह…
91000 करोड़ उधार 7000 नकद:कोरोना के पहले और अब, वाराणसी के नमामि गंगे सफाई कर्मचारी प्रताड़ित क्यूँ ?
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=0f0LF5w02IE[/embedyt] नमामि गंगे के सफाई कर्मचारियों से २०१९ में कोरोना महावारी आने से पहले और बाद में बात हुई. चारों तरफ घाटों पे आपको नमामि गंगे का विज्ञापन, उसके साथ आई.एल.ऍफ़.एस. का पोस्टर दिख जायेगा. इन कर्मचारियों का कहना है कि, उन्हें ७००० नकद, प्रोविडेंट फण्ड कट कर मिलता…
कितने हवाई यात्री थे ..लाख? लॉक डाउन लगाया १३५ करोड़ों पे! बहुत नाइंसाफी है. इसकी सजा मिलेगी. बराबर मिलेगी.
सरकार रे झूठ मत बोलो, घर के पास जाना है, न हाथी है न घोड़ा है, हमें पैदल ही जाना है. कोरोना की खबर देख कर सोया, न एअरपोर्ट पे टेस्टिंग की, फैलने के बाद प्रेस में और टी.वी में रोना रोया, कि आपकी भलाई के लिए, गली, मोहल्ले, शहर,…
वाराणसी का नागरिक समाज कैसे कोरोना संकट में लोगों के साथ खड़ा है ?
बनारस से भाकपा-माले,नागरिक अधिकार मंच,युनाइटेड अगेंस्ट हेट, ऐपवा,इंसाफ मंच ऑल इंडिया सेकुलर फोरम ,आइसा , बीसीएम और एआईएसएफ से जुड़े कार्यकर्ता गांवो और मुहल्लों में जाकर ऐसे परिवारों को राहत सामग्री(राशन,फ़ूड किट)प्रदान कर रही है* । संपर्क न.9935498587-मनीष7800600065-शशांक9451307656 – विवेक7652025152- आबिद9554153160 – शशिकांत जो साथी आर्थिक मदद करना चाहते हैं…
वाराणसी के गांवों में कर्फ्यू के दौरान क्या राशन सब को मिल रहा है?
०३ अप्रैल २०२०. वाराणसी के रमना गाँव के लोगों का राशन वितरण को लेकर अनेक शिकायत.
कोरोना कर्फ्यू : वाराणसी में हरिश्चन्दर घाट में डोम समाज तक राहत नहीं पहुँच रहा
३१ मार्च २०२०: जरूरी काम करने वाले को २०० रूपए दिहाड़ी. न राशन न खोज खबर.यहाँ के नगर निगम के सभा सदस्य, यहाँ के करीब १५० परिवार के साथ भेद भाव कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि न उनकी खोज खबर हुई, और राहत की सामग्री भी गिने…
शिवाला, वाराणसी: राशन बायोमेटरीक से मिलने पर, न मिलने और संकरमण दोनों का खतरा
३१ मार्च २०२०: शिवाला, वाराणसी में अभी तक कोरोना के चलते कर्फ्यू के बाद भी कोई सरकारी सहायता नहीं. पहुची है. यहाँ जो रिक्शा वाले और टोटों वाले हैं, किसी तरह इधर उधर से राशन जुटा पा रहे हैं.देहाड़ी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन न होने के कारण उन्हें योगी सरकार की…
वाराणसी में कोरोना कर्फ्यू : बी.एच.यू के आगे, बूढ़े रिक्शा वालों को रोटी के बदले, पुलिस की लाठी
२५ मार्च, २०२०: वाराणसी में कोरोना कर्फ्यू : बी.एच.यू के आगे, बूढ़े रिक्शा वालों को रोटी के बदले, पुलिस की लाठी. बहुत सारे रिक्शा वाले बूढ़े हैं, जो रोज का रोज २००-२५० मुश्किल से कमा पाते हैं. उनके पास राशन नहीं है. प्रशासन उनको काम करने नहीं दे रहा और…
कोरोना कर्फ्यू, वाराणसी में रामनगर पुल के पास : देहाड़ी मजदूरों को राशन नहीं पंहुचा रही सरकार
वाराणसी में रामनगर पुल के पास, ३० साल से ऊपर से बैलबांस समुदाय रह रहा है. इनके रहते गैर कानूनी ढंग से जज साहब का बंगला बन गया, सन बीम स्कूल बन गया. ये यहीं पर रह गए.अधिकतर लोग देहाड़ी मजदूरी करके अपना जिंदगी गुजरते हैं. अभी इस समय कर्फ्यू…
छारा समाज पर पुलिस का हमला .26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज ( fact finding) रिपोर्ट
छारा समाज पर पुलिस का हमला 26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज ( fact finding) रिपोर्ट …
गडचिरोली और काजीरंगा: संवैधानिक लड़ाई पर दो युवा डटें हैं- महेश राउत और प्रणब डोले
फ़रवरी प्रिंट अंक लावरी, गडचिरोली- सरकार के खिलाफ दो सीधे वर्षों के लिए लड़ने के बाद, गडचिरोली जिले के एक आदिवासी गांव लावारि ने लगभग १ करोड़ ११ लाख २६ हजार रु. की मुआवजा राशि प्राप्त करके जीत हासिल की. रायपुर से वर्धा तक की परियोजना के निर्माण के लिए…
यूरोपियन यूनियन ने लताड़ा उबेर को: अपनी सरकार पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान सी क्यों है ?
उबेर एक परिवाहन सेवा कंपनी है, यूरोपीय न्यायालय (ईसीजे) ने एक टैक्सी ऑपरेटर के रूप में ईयू के भीतर कड़े विनियमन और लाइसेंसिंग को स्वीकार करने की आवश्यकता की है. यह फैसला उबेर के तर्क पर जोरदार तमाचा है कि यह केवल चालकों की ओर से कार्य करने वाला एजेंट…
पानी डूब जाएगा- असरारुल हक जीलानी
पानी डूब जाएगा पानी डूब जाएगा वक़्त के साथ ज़माने की आग में आरज़ूओं, तमन्नाओं का लुक़मा बन कर प्यास की आग में पानी डूब जाएगा पानी डूब जाएगा किसानो की दुआओं को सुनकर रोती पीटती उनकी आहों पुकार की थपेड़े से आसमान की तरफ तकती उनकी सूखी निगाहों की…
गलियों में तब्दील होता रायबरेली, और यह कोई ऐतिहासिक घटना नहीं है
तकरीबन पैंतीस लाख की कुल आबादी वाला रायबरेली कुछ दिनों में संकरी गलियों में तब्दील हो सकता है. शहरी इलाकों में लगभग दो लाख जनता रहती है. इसमें हर वर्ग के लोग हैं. चूँकि शहर का विकास किसी बड़ी आवासीय योजना के तहत नहीं हुआ यहाँ पर ज़्यादातर मोहल्ले बेतरतीब तरीकों से बसे…
भोपाल : क़र्ज़ में फसें बस्ती के लोगों को आज़ाद किया
शहरों की बस्तियों को फिर से बंधवा मजदूर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.भोपाल की 10 -15 बस्तियों में एक नया व्यापार शुरू हुआ है, जिसमे हमारी गौतम नगर बस्ती भी शामिल थी. जिसके चलते बस्ती के गरीब लोग जो पन्नी बीनते है और कचरा उठाते हैं , उन लोगों को एक…
शिक्षा मित्र मांग रहे इच्छा मृत्यु
पौने दो लाख शिक्षामित्रों के खिलाफ आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जन विरोध स्वाभाविक है। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस फैसले के खिलाफ अपील करने की बात स्वीकारी है। आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही के हवाले से मीडिया में खबर आई कि…