Sat. Nov 23rd, 2024

कानून और न्याय

भारतीय अर्थवय्वस्था को दुरुस्त करने के लिए पुरुलिया के सबर समुदाय से सीखना क्यूँ जरूरी है?

एक समुदाय जो एक समय पुलिस से खदेडा जाता था, जिनका गाँव वाले तक बहिष्कार करते थे, आज…

टांडा, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, कोरोना महामारी के वक़्त घुमंतू समुदाय को मदद पहुंचाने में संघर्ष कर रहा

वर्ष 2011 में एडवोकेसी नेटवर्किंग एंड डेवलपमेंट एक्शन (TANDA, टांडा) एक फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट (FAP) के रूप में,…

टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान की प्रयास प्रोजेक्ट, कोरोना कर्फ्यू के समय भी कैसे समाज के रोगों का जड़ से ईलाज कर रही है ?

प्रयास 1990 में एक फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, सेंटर फॉर…

कोरोना कर्फ्यू : वाराणसी में हरिश्चन्दर घाट में डोम समाज तक राहत नहीं पहुँच रहा

३१ मार्च २०२०: जरूरी काम करने वाले को २०० रूपए दिहाड़ी. न राशन न खोज खबर.यहाँ के नगर…

शिवाला, वाराणसी: राशन बायोमेटरीक से मिलने पर, न मिलने और संकरमण दोनों का खतरा

३१ मार्च २०२०: शिवाला, वाराणसी में अभी तक कोरोना के चलते कर्फ्यू के बाद भी कोई सरकारी सहायता…

कोरोना कर्फ्यू, वाराणसी में रामनगर पुल के पास : देहाड़ी मजदूरों को राशन नहीं पंहुचा रही सरकार

वाराणसी में रामनगर पुल के पास, ३० साल से ऊपर से बैलबांस समुदाय रह रहा है. इनके रहते…

छारा समाज पर पुलिस का हमला .26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज ( fact finding) रिपोर्ट

छारा समाज पर पुलिस का हमला 26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज…

गडचिरोली और काजीरंगा: संवैधानिक लड़ाई पर दो युवा डटें हैं- महेश राउत और प्रणब डोले

फ़रवरी प्रिंट अंक लावरी, गडचिरोली- सरकार के खिलाफ दो सीधे वर्षों के लिए लड़ने के बाद, गडचिरोली जिले…

कोरेगांव हिंसा के मुख्य आरोपी ‘संभाजी’ मनोहर भिडे और मिलिंद एकबोटे. फिर पुलिस किसे पकड़ रही ?

फ़रवरी प्रिंट अंक मंडल कमीशन द्वारा आरक्षण विश्वविध्यालयों में जारी करने के आज करीब १७ साल बाद वो…

यूरोपियन यूनियन ने लताड़ा उबेर को: अपनी सरकार पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान सी क्यों है ?

उबेर एक परिवाहन सेवा कंपनी है, यूरोपीय न्यायालय (ईसीजे) ने एक टैक्सी ऑपरेटर के रूप में ईयू के…

सहारनपुर दंगे के विरोध में लखनऊ में किया प्रोटेस्ट, हुई गिरफ्तारी

31 मई को लखनऊ के जीपीओ से विधान सभा तक हुए मार्च के दौरान देश के तमाम विश्वविद्यालयों…

बांद्रा कलेक्टर ऑफिस मुंबई : मातंग समाज का प्रदर्शन

२८ दिसम्बर ,२०१५ को मातंग समाज ने बांद्रा कलेक्टर ऑफिस के सामने शांतिपूर्वक धरना दिया और अपनी मांगे…

रोहित वेमुला की हत्या : शिक्षण संस्थाओं में लोकतांत्रिक समतामूलक माहौल का आभाव

जैनबहादुर आज के इस आधुनिक लोकतांत्रिक सभ्य समाज में रहते हुए हमारे सामने कभी कभी ऐसी घटनाएँ घट…

संदूक यादें, लम्हें और आशाओं की – फ्रीडम थिएटर फिलिस्तीन !

५ जनवरी २०१६ को मुंबई विद्यापीठ द्वारा भारत फिलिस्तीन सांस्कृतिक कर्यक्रम का आयोजन किया गया.इस कार्यक्रम में जन…