परिवर्तन प्रकृति का नियम है । यह परिवर्तन हमें साहित्य, सिनेमा,कविता,नाटक, मीडिया आदि विधाओं में धीरे धीरे ही सही पर मिल रहा है । टेलीविजन की पहुँच आज सूदूर तक हो गयी हैं । जाहीर है केबिल ने भी उन तक दस्तक दे ही दी है। किसी ट्रेन में बैठे…
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ट्यूब लाइट और इंडो चाइना विवाद पर एक नज़र
नवंबर 1962 का वो महीना जब असम और आसपास के लोग डरे सहमे हुए थे कि न जाने किस समय चीनी उनके इलाक़े मे अपना कब्जा कर लें । यहाँ तक कि आसाम के राष्ट्रीय बैंकों के मैनेजरों आधी रात को बैंक से करेंसी निकाल कर मात्र इसलिए जला दी…
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सहारनपुर दंगे के विरोध में लखनऊ में किया प्रोटेस्ट, हुई गिरफ्तारी
31 मई को लखनऊ के जीपीओ से विधान सभा तक हुए मार्च के दौरान देश के तमाम विश्वविद्यालयों व अन्य सामाजिक संगठनों के लोगों को पुलिस ने जीपीओ से ही गिरफ्तार कर लिया। प्रोटेस्ट कर रहे संगठन जाइंट एक्शन कमेटी में बीबीएयू से श्रेयात बौद्ध, संदीप शास्त्री,अमन झा,अश्विनी रंजन, अनुराग…