Sat. Nov 23rd, 2024

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बोलांगीर से चेन्नई: कोरोना के वक़्त एक प्रवासी मजदूर १००० किलोमीटर अपने घर से दूर

मधुसुदन दास -रिपोर्टर द सभा ओडिशा Q…..आप क्वारंटाइन सेंटर कब गए थे, कितने दिन रहे थे और आप…

भारतीय अर्थवय्वस्था को दुरुस्त करने के लिए पुरुलिया के सबर समुदाय से सीखना क्यूँ जरूरी है?

एक समुदाय जो एक समय पुलिस से खदेडा जाता था, जिनका गाँव वाले तक बहिष्कार करते थे, आज…

टांडा, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, कोरोना महामारी के वक़्त घुमंतू समुदाय को मदद पहुंचाने में संघर्ष कर रहा

वर्ष 2011 में एडवोकेसी नेटवर्किंग एंड डेवलपमेंट एक्शन (TANDA, टांडा) एक फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट (FAP) के रूप में,…

टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान की प्रयास प्रोजेक्ट, कोरोना कर्फ्यू के समय भी कैसे समाज के रोगों का जड़ से ईलाज कर रही है ?

प्रयास 1990 में एक फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, सेंटर फॉर…

91000 करोड़ उधार 7000 नकद:कोरोना के पहले और अब, वाराणसी के नमामि गंगे सफाई कर्मचारी प्रताड़ित क्यूँ ?

https://www.youtube.com/watch?v=0f0LF5w02IE नमामि गंगे के सफाई कर्मचारियों से २०१९ में कोरोना महावारी आने से पहले और बाद में बात…

वाराणसी का नागरिक समाज कैसे कोरोना संकट में लोगों के साथ खड़ा है ?

बनारस से भाकपा-माले,नागरिक अधिकार मंच,युनाइटेड अगेंस्ट हेट, ऐपवा,इंसाफ मंच ऑल इंडिया सेकुलर फोरम ,आइसा , बीसीएम और एआईएसएफ…

कोरोना कर्फ्यू : वाराणसी में हरिश्चन्दर घाट में डोम समाज तक राहत नहीं पहुँच रहा

३१ मार्च २०२०: जरूरी काम करने वाले को २०० रूपए दिहाड़ी. न राशन न खोज खबर.यहाँ के नगर…

शिवाला, वाराणसी: राशन बायोमेटरीक से मिलने पर, न मिलने और संकरमण दोनों का खतरा

३१ मार्च २०२०: शिवाला, वाराणसी में अभी तक कोरोना के चलते कर्फ्यू के बाद भी कोई सरकारी सहायता…

वाराणसी में कोरोना कर्फ्यू : बी.एच.यू के आगे, बूढ़े रिक्शा वालों को रोटी के बदले, पुलिस की लाठी

२५ मार्च, २०२०: वाराणसी में कोरोना कर्फ्यू : बी.एच.यू के आगे, बूढ़े रिक्शा वालों को रोटी के बदले,…

कोरोना कर्फ्यू, वाराणसी में रामनगर पुल के पास : देहाड़ी मजदूरों को राशन नहीं पंहुचा रही सरकार

वाराणसी में रामनगर पुल के पास, ३० साल से ऊपर से बैलबांस समुदाय रह रहा है. इनके रहते…

बेख़ौफ़ आज़ाद है, रहना मुझे : बनारस में वोमनिया मार्च

https://youtu.be/s9GDDZjMF4o बेख़ौफ़ आजाद है, रहना मुझे: बनारस हिन्दू विश्वविध्यालय के छात्र लोकसभा चुनाव के बीच अपनी बात रखते…

छारा समाज पर पुलिस का हमला .26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज ( fact finding) रिपोर्ट

छारा समाज पर पुलिस का हमला 26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज…

गडचिरोली और काजीरंगा: संवैधानिक लड़ाई पर दो युवा डटें हैं- महेश राउत और प्रणब डोले

फ़रवरी प्रिंट अंक लावरी, गडचिरोली- सरकार के खिलाफ दो सीधे वर्षों के लिए लड़ने के बाद, गडचिरोली जिले…

कोरेगांव हिंसा के मुख्य आरोपी ‘संभाजी’ मनोहर भिडे और मिलिंद एकबोटे. फिर पुलिस किसे पकड़ रही ?

फ़रवरी प्रिंट अंक मंडल कमीशन द्वारा आरक्षण विश्वविध्यालयों में जारी करने के आज करीब १७ साल बाद वो…

यूरोपियन यूनियन ने लताड़ा उबेर को: अपनी सरकार पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान सी क्यों है ?

उबेर एक परिवाहन सेवा कंपनी है, यूरोपीय न्यायालय (ईसीजे) ने एक टैक्सी ऑपरेटर के रूप में ईयू के…

बाबा साहब का पोस्टर फाड़ने को लेकर हुए विवाद में दलित छात्रों पर हुई कानूनी कार्यवाही।

बाबा साहब आज के समय की जरूरत है । ऐसे में कोई भी सत्ता हर संभव बाबा साहब…

सहारनपुर दंगे के विरोध में लखनऊ में किया प्रोटेस्ट, हुई गिरफ्तारी

31 मई को लखनऊ के जीपीओ से विधान सभा तक हुए मार्च के दौरान देश के तमाम विश्वविद्यालयों…

नूर जैसी फिल्में हमारे इतिहास का बोझ बढ़ा रही है …

सुनहिल सिप्पी निर्देशित नूर बड़े पर्दे रिलीज हुई तो लगा पत्रकारिता के किसी अनछुए पहलू से हमारा परिचय…