Related Posts
कोरेगांव हिंसा के मुख्य आरोपी ‘संभाजी’ मनोहर भिडे और मिलिंद एकबोटे. फिर पुलिस किसे पकड़ रही ?
फ़रवरी प्रिंट अंक मंडल कमीशन द्वारा आरक्षण विश्वविध्यालयों में जारी करने के आज करीब १७ साल बाद वो समाज जिस पर दुसरे का लिखा हुआ इतिहास थोपा गया था, आज अपनी भाषा, लहजा में अपनी बात कह रहा है. अब लिखेंगे नहीं तो नहीं न होगा. और जब लिखेंगे और…
इट्स अ मैन’स वर्ल्ड (ये संसार पुरुष-निर्मित और केन्द्रित है)
अमरीकी गायक और संगीतग्य जेम्स ब्राउन का 1966 में गाया गया प्रसिद्ध गाना “इट्स अ मैन’स वर्ल्ड” (ये संसार पुरुष-निर्मित और केन्द्रित है) आज भी अपनी प्रासंगिकता बरक़रार रखता है. कारण, चाहे भारत हो या पश्चिमी देश, या दुनिया का कोई भी कोना—ये दुनिया और समाज पुरुष केन्द्रित ही है!
ओबीसी, आरक्षण और वर्तमान शैक्षणिक स्थिति
मनीष जैसल हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा में मीडिया / फिल्म विषय पर पी-एच.डी कर रहें हैं अपनी बात शुरू करने से पहले गोरख पांडे को उनकी इस कविता की पंक्तियों के साथ याद करना आवश्यक हो जाता है जिनमे वो कहते है कि… वो डरते है किस बात से डरते…