नाट्य प्रयोग : ‘WARNING’ (वॅर्निंग)
नाट्य की भाषा : हिंदी
विषय : भारतीय समाज मे हो रहे अन्याय के खिलाफ हमारा अगला क़दम ।
विवरण : युवा ग्रूप, वर्धा प्रस्तूत कर रहा है एक अनोखा नाट्य
प्रयोग जिसका नाम है वार्निंग- अगर अब भी नहीं जागे तो बहूत देर हो जाएगी प्रयोग केवल मंच पर किया जाने वाला अभिनय नहीं है तो अभिनय के साथ ही वास्तविकता को LED स्क्रीन पर जोड़ा जाता है ताकि सामान्य जनता जटिल मुद्दों को आसानी से समझ सके ।
नाट्य मे डॉ दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गि जैसे वैचारिक व्यक्तिमत्वो का जो खत्म किया जा रहा है उसका खंडन किया गया है।
बुद्ध, कबीर से लेकर रोहित वेमुला तक जो सामाजिक क्रांति लाने का प्रयास हुआ है उसे दर्शाया गया है।
नाट्य मे ऊना, गुजरात मे हुए अन्याय से लेकर रोहित वेमुला के संघर्ष तक नाट्य रूपांतरित किया है। जिसमें भारत मे छुपा मनुवाद और स्त्री दास्य कि जड़ों को वास्तविकता से दिखाया है।
विषेशत: भोतमांगेजी के संघर्ष को आत्मकथा मे रचा गया है। और अॅट्रोसिटी कानून की वास्तविकता को बताया गया है।
नाट्य मे लोकशाहिर शीतल साठेजी और साचिन माळी जी की रचनाओं को प्रसंगानुरुप गाया है।
क्या होना चाहियें हमारा (भारतीय समाज का) अगला क़दम?
नाट्य का उद्देश यह है की समाज अब सोचे और जागे।
लेखक : उत्कर्ष मानव
दिग्दर्शन : उत्कर्ष मानव, वनश्री वनकर
मुख्य कलाकार : वनश्री वनकर, उत्कर्ष मानव, राहुल नगराले, संकेत शेंडे, क्रांतिकुमार मेश्राम, प्रणाली धाबर्डे.
प्रकाश व्यवस्थापन : सुहास नगराले
नाट्य की दिनांक : १६ अप्रैल २०१७
नाट्य स्थल : विद्यदीप सभाग्रुह, लक्ष्मी नगर, सेवाग्राम रोड़ , वर्धा
समय : श्याम ५ बजे और शाम ८ बजे (दो प्रयोग)
नाममात्र सहयोग टिकिट दर : १०० रूपये, ५० रुपये
भारी संख्या मे उपस्थित रहिये