मनीष जैसल असिस्टंट प्रोफेसर मंदसौर विश्वविध्यालय इम्फाल, मणिपुर के रहने वाले निर्देशक, पटकथा लेखक, प्रोड्यूसर हाओबम पावन कुमार भारतीय सिनेमा के इतिहास का एक ऐसा पहलू अपने साथ लिए हैं जिसे एक फिल्म दर्शक और फिल्म के अद्धेता कभी भुला नहीं पाएंगे । मणिपुरी सिनेमा के हस्ताक्षर अरीबम शर्मा के…
Category: मीडिया विश्लेषण
छारा समाज पर पुलिस का हमला .26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज ( fact finding) रिपोर्ट
छारा समाज पर पुलिस का हमला 26 जुलाई की रात छारा समाज पर हुए हमले की तथ्य खोज ( fact finding) रिपोर्ट …
नूर जैसी फिल्में हमारे इतिहास का बोझ बढ़ा रही है …
सुनहिल सिप्पी निर्देशित नूर बड़े पर्दे रिलीज हुई तो लगा पत्रकारिता के किसी अनछुए पहलू से हमारा परिचय होगा ? एक बार को लगा कि कोई ऐसी कहानी दर्शकों के बीच आएगी जो बड़े मीडिया घरों की रोज की बात है जिससे हम सभी अनभिज्ञ हैं। लेकिन यहाँ मामला उलट…
इब्तेदा : रविश कुमार टाटा सामाजिक विज्ञानं संस्थान में मीडिया और सरकार पर बुल्बुलाते हुए
खुली हुई खिड़कियाँ है बस दिमाग बंद है आँखें भभक रही है और जुबां लहेक रही है एक टीवी है और शोर भरी शांति है वो जो सब के बीच बैठा है, तूफ़ान पैदा करता है सवालों से नावों को हिला दुला देता है ३दी होती हमारी कल्पनाओं में रोमांच…
दाढ़ी : घर :: मीडिया : सरकार
दिल्ली के दिल कनौट प्लेस में 25 जनवरी, 2010 का वो दिन भुलाये नहीं भूलता, जब मुझे बगल में बैठे एक पुलिसवाले ने मानो आतंकवादी घोषित कर ही दिया था, सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं अपने साथ लद्दाख के एक होटल का कार्ड लेकर चल रहा था. जम्मू और कश्मीर में…
जो दिखता है वो बिकता है
“कौन कमबख्त जानकारी देने के लिए छापता है ? हम तो छापते हैं कि विज्ञापन होने पाए, आवाज़ पैसे की आप तक, और गैर जरूरी साजो सामान की चाह जुबान पर पानी से भी पहले आवे.. जब सोच भी देखने, सुनने से विकसित होती है, तो हम सुनायेंगे और हम…
महिला पत्रकारिता और मीडिया की दादागिरी
मैं नवी मुंबई में रहती हूँ. कुछ समय पहले में एक नामी अंग्रेजी अखबार में काम करती थी. गर्भावस्था के बाद मेरा बच्चा ऑपरेशन से हुआ, जिसके कारण मुझे कुछ दिन और छुट्टी की जरूरत पड़ी. लेकिन मुझे निकाल दिया गया. मीडिया जगत में महिला पत्रकारों के साथ बहुत पक्षपात…
सरकार हमसे डरती है, ट्विटर और फेसबुक को आगे करती है
जन आंदोलनों का नारा सरकार हम से डरती है पुलिस को आगे करती है, शायद कुछ दिनों में बदल जाए. आजकल सरकार के प्रतिनिधि और मीडिया जगत के लोग, फेसबुक और ट्विटर से ही ज्यादा काम चला रहें हैं. कहतें हैं कि ट्रेंडिंग करो , # लगा के. और…