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कानून और न्याय
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इंद्रमल बाई की खुदखुशी – एक संस्थानिक हत्या
शहरी मजदूर संगठन, भोपाल . इन्द्रमल बाई 32वर्ष की थी. जब 20 नवम्बर 20 17 को उन्होंने भोपाल के हमीदिया में आखरी सांस ली . बैरागड़ में अपनी बसाहट से खदेड़े जाने के बाद, वो गए 10 साल से गाँधी नगर में अपने दो बच्चों के (13 वर्षीया बेटी और…
कानून और न्याय
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फूलन देवी : पानी और कानून, शासन और जूनून – परिचय पार्ट १
“मैंने कई बार सोचा कि आत्महत्या कर लूं, पर मरती तो हजारो लड़कियां, रोज हैं. जिस रावण ने एक औरत को उठाया, उसका पुतला आज भी लोग फूकते हैं, मेरे साथ भी ऐसे कई रावणों ने अत्याचार किया, मैंने उसका जवाब दिया.”- फूलन देवी भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी…
मूतने का चस्का
मनीष बरोनिया पसीने से तेल बना के, चमड़ी की बाती कर ली, और जला के खुद को हमने जिंदगी बसर कर ली….. किवाड़े, खिड़कियाँ, और दीवारे नहीं है, सब खुला पड़ा है, कोई चौकीदारें नहीं है… यूँ बेखबर से, कुछ ढूँढने मत आया करो, मेरा परिवार सोता है, इस फूटपाथ…